Sanjay Gandhi Thermal Power Station, Birsinghpur Pali:-
संजय गांधी थर्मल पावर स्टेशन भारत का एक थर्मल पावर स्टेशन है, जो मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में स्थित है. यह स्टेशन 1,340 मेगावाट की क्षमता का है और यह भारत के बड़े थर्मल पावर स्टेशनों में से एक है. यह स्टेशन कोयले से चलता है और यह मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के लिए बिजली का एक महत्वपूर्ण स्रोत है.
संक्षिप्त विवरण
क्षमता 1340 मेगावाट
जल का स्रोत जोहिला बांध जोहिला नदी पर 1810 हेक्टेयर क्षेत्र
बांध की क्षमता 171 मिलियन घन मीटर
ईंधन प्राथमिक ईंधन - कोयला माध्यमिक ईंधन - एफओ/एलडीओ
कोयला स्रोत साउथ ईस्टर्न कोल फील्ड लिमिटेड
कोयला क्षेत्र कोरिया रीवा एवं कोरबा
परिवहन का तरीका रेल
इकाई यूनिट
यूनिट 1 210 07-10-1993
यूनिट 2 210 26-05-1994
यूनिट 3 210 01-09-1999
यूनिट 4 210 01-04-2000
यूनिट 5 500 27-08-2008
द्घाटन एवं उत्पादन छमता
संजय गांधी थर्मल पावर स्टेशन को 1993 में शुरू किया गया था. यह स्टेशन पांच इकाइयों से बना है,पहले यह चार इकाइयों से मिलकर बना हुआ था |
जिनमें से प्रत्येक की क्षमता 210 मेगावाट है इसमें पांचवी इकाई सन 2008 जोड़ी गई | जिसकी छमता क्षमता 500 मेगावाट है. स्टेशन में एक कोयला खदान भी है, जो स्टेशन को कोयले की आपूर्ति करती है.
SGTPS जाने के लिए दूरी एवं उपयुक्त मार्ग :
मुख्य नगर बिरसिंहपुर से एवं रेलवे स्टेशन से इसकी दूरी 10 किलोमीटर की है रेलवे स्टेशन से बस चलती है ट्जोरेन का इन्तजार करती है एवं रेलवे स्टेशन में जो भी ट्रेन आती है उसकी सवारी को लेकर MPEB तक जाती है और वहा से ऑटो द्वारा आप जा सकते हैं या अपने वाहन से जा सकते हैं
प्रमुख पर्यटन केंद्र
पर्यटन के हिसाब से भी यह बहोत प्रचलित है हर वर्ष विश्वकर्मा पूजा के दिन हजारों की संख्या में यहाँ पर्यटक आते हैं क्युकी इस दिन अन्दर जाने के लिए कोई रोक टोक नहीं होती है एवं पर्यटक कही भी आसानी से घूम सकते हैं
बिजली आपूर्ति में प्रमुख योगदान
संजय गांधी थर्मल पावर स्टेशन के निर्माण से मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के लोगों को बिजली की आपूर्ति में काफी सुधार हुआ है. यह स्टेशन अब मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के लिए बिजली का एक प्रमुख स्रोत है.
प्रदूषित वातावरण
संजय गांधी थर्मल पावर स्टेशन पर्यावरण के लिए भी एक चिंता का विषय है. स्टेशन से निकलने वाला धुआं और अन्य प्रदूषक वातावरण को प्रदूषित करते हैं. स्टेशन से निकलने वाले प्रदूषण से लोगों को स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं.
संजय गांधी थर्मल पावर स्टेशन के पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने के लिए सरकार द्वारा कुछ कदम उठाए गए हैं. सरकार ने स्टेशन को अधिक कुशल बनाने के लिए कुछ उपाय किए हैं. सरकार ने स्टेशन को धुआं और अन्य प्रदूषकों को कम करने के लिए भी कुछ उपाय किए हैं.
संजय गांधी थर्मल पावर स्टेशन एक महत्वपूर्ण संपत्ति है, लेकिन यह पर्यावरण के लिए भी एक चिंता का विषय है. सरकार को स्टेशन के पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने के लिए और अधिक कदम उठाने चाहिए.
Faq
What is the capacity of Birsinghpur power plant?1340 megawatt.
What is the distance of Birsinghpur power plant?
10 Km. From railwaystation Birsinghpur pali.