सिद्ध बाबा धौरई , एडवेंचर, ट्रैकिंग रॉक क्लाइम्बिंग हाइकिंग-
एडवेंचर रॉक क्लाइम्बिंग एवं ट्रैकिंग एक थ्रिल से भरा खेल है पाली में ऐसी कुछ जगह हैं जहाँ आप यह खेल खेल सकते हैं धौरई यह पली से ३ किलोमीटर है
यहाँ पर एक पहाड़ है जिसमें आप उच्चतम चट्टानों की ओर बढ़ते हुए अपनी शारीरिक सीमाओं को पार करते हुए अनुभव प्राप्त करते हैं।
इसमें आपको सामने आने वाली चुनौतियों और जोखिमों से जूझना होता है और इससे आपका आत्मविश्वास बढ़ता है।
सिद्ध बाबा धौरई
यह बिरसिंहपुर से दो तीन किलोमीटर एक छोटा सा गाँव है धौरई, गाँव के पास एक पहाड़ है जो बेहेतरीन viewpoint के साथ यह एक पिकनिक स्पॉट(picnic spot) भी है
इस इलाके के हिसाब से बच्चों के लिए हाइकिंग एवं ट्रैकिंग के लिए भी बेहतर विकल्प है
प्राकृतिक सोंदर्य
पहाड़ के ऊपर छोटी सी मूर्ती विराजमान है जो स्थानीय लोगों के लिए धार्मिक एवं आध्यात्मिक स्थल के रूप में बहुत महत्वपूर्ण है।यह जगह एक शांत एवं सुंदर स्थान है, जो स्थानीय लोगों को समय समय पर ध्यान एवं चैन की आवश्यकता के लिए स्थान प्रदान करता है।
शारीरिक क्षमताओं को निखारता
एडवेंचर रॉक क्लाइम्बिंग ट्रैकिंग का एक शानदार फायदा यह है कि आपको खेल को खेलने के दौरान अपने शारीर को स्वस्थ रखने की आवश्यकता होती है।
यह खेल आपके शारीरिक तंदुरुस्ती को बढ़ाता है और आपके शारीरिक क्षमताओं को निखारता है।
"ट्रैकिंग एरिया" कई अलग-अलग संदर्भों में हो सकता है, जैसे कि पर्यटन, वन्यजीव विज्ञान, और विविध अन्य गतिविधियों के साथ-साथ उनके आवास, भोजन और विभिन्न सेवाओं की व्यवस्था के बारे में।
छोटे इलाके के ट्रैकिंग एवं रॉक क्लाइम्बिंग
एडवेंचर रॉक क्लाइम्बिंग के लिए कुछ छोटे शहरों या गाँव में भी लोकप्रिय स्थान होते हैं जहा आप इन स्थानों की खोज कर सकते हैं एवं एडवेंचर ट्रैकिंग रॉक क्लाइम्बिंग हाइकिंग आनंद उठा सकते हैं ऐसे कुछ स्थान हैं जो खिलाड़ियों को आकर्षित करते हैं:
पहाड़ के ऊपर स्तापित प्रतिमा
पहाड़ के ऊपर एक छोटी सी प्रतिमा स्थापित है जिसे सिद्ध बाबा कहा जाता है है जिसका निर्माण पहाड़ की चोटी पर कुछ साल पहले किया गया था।
यह जगह स्थानीय लोगों के लिए महत्वपूर्ण है, इसलिए उन्होंने मंदिर के निर्माण के लिए जगह चुनी थी।
यह मंदिर बहुत ही सरल रचना और दृश्यों से भरा हुआ है। यहाँ पर एक छोटा सा गुमटी एवं एक शिवलिंग स्थापित है।
यहाँ पर सुखद वातावरण एवं स्थानीय लोगों के प्रेम से यह मंदिर एक आध्यात्मिक अनुभव का स्थान है। यहाँ पर अधिकतर दिन गुरुवार को पूजा की जाती है
जिसमें स्थानीय लोगों के अलावा अन्य पर्यटक भी भाग लेते हैं।